अंबेडकरनगर। 15 जुलाई, 2025
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त किछौछा दरगाह में 19 जुलाई से सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ का 639 वां वार्षिक उर्स शुरू होने जा रहा है। करीब एक सप्ताह तक चलने वाले उर्स मेले में दरगाह में देश के भिन्न-भिन्न प्रांतों व शहरों से लगभग पांच लाख से ज्यादा जायरीनों की भीड़ जुटेगी।
लेकिन दरगाह को जोड़ने वाले कुछ प्रमुख मार्गों का हाल बुरा है। उर्स शुरू होने से पहले इन मार्गों का नवनिर्माण अथवा मरम्मत नहीं कराया गया तो उर्स मेले में आने वाले जायरीनों/दर्शनार्थियों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ेगा। सबसे बुरा हाल अशरफपुल से बाएं तरफ होकर दरगाह नई बस्ती जाने वाले मार्ग का है। सुहैल मियां के खानकाह से लेकर नई बस्ती तिराहा, नई बस्ती तिराहे से बाबा बैठका और बाबा बैठका रोड से कमला पंडित मंदिर जाने वाले मार्ग काफी क्षतिग्रस्त हो चुका है। इन मार्गोें पर सैकड़ों की संख्या में छोटे-बड़े गड्ढे हैं। हालांकि सलामी गेट से लेकर प्रसिद्ध शिक्षण संस्था जामिया सूफिया तक संपर्क मार्ग का नवनिर्माण तो नहीं कराया गया लेकिन किछौछा नगर पंचायत प्रशासन के तरफ से सड़क का मरम्मत कराया जा रहा है। जिलाधिकारी अनुपम शुक्ल की खास कवायद पर सलामी गेट से लेकर कर्बला चैक तक इंटरलाॅकिंग मार्ग का नवनिर्माण जारी है। डीएम की इस पहल का इलाकाई लोगों व देश भर से आने वाले जायरीनों ने स्वागत किया है। दरगाह से जुड़े संभ्रांत लोगों ने जिला प्रशासन से अपील की है कि जिन मार्गों पर अभी तक पुनर्निर्माण अथवा मरम्मत का कार्य शुरू नहीं कराया गया। उर्स शुरू होने से पहले उसे पूर्ण करा लिया जाए।
“ दरगाह को जोड़ने वाले सलामी गेट से कर्बला तक, सलामी गेट से जामिया सूफिया तक मार्गों का नवनिर्माण/मरम्मत कार्य जारी है। अवशेष प्रमुख मार्गो का मरम्मत कार्य उर्स प्रारंभ होने से पहले करवा लिया जाएगा। ”: ईओ संजय जैसवार












































