अंबेडकरनगर। 06 मार्च, 2024
किछौछा नगर पंचायत के अध्यक्ष अपने भाजपा समर्थकांं के साथ बुधवार शाम को बसखारी थाने पर धरने पर बैठ गए। उनका आरोप था कि कुछ मामले में पुलिस उनका सहयोग नहीं कर रही है। धरने की सूचना पा कर एएसपी बसखारी थाने पर पहुंच गए। आखिरकार भाजपा जिलाध्यक्ष भी थाने पर पहुंचे और किछौछा के चेयरमैन को समझा-बुझा कर किसी तरह मामले को शांत कराया। उधर, बसखारी थाना प्रभारी निरीक्षक का यहां से तबादला भी कर दिया गया है।
बुधवार शाम करीब 4 बजे किछौछा नगर पंचायत के चेयरमैन ओंकार गुप्ता अपने चंद समर्थकों के साथ बसखारी थाने के अंदर पहुंच कर थाना दफ्तर के पास धरने पर बैठ गए। शुरुआत में किछौछा चेयरमैन ओंकार के साथ करीब 8 से 10 की संख्या में धरने में मौजूद रहे। लेकिन धीरे-धीरे इसकी खबर फैलते ही बसखारी थाने में करीब दो सौ की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता/समर्थक थाने के अंदर पहुंच गए और धरने पर बैठ कर चेयरमैन का समर्थन करने लगे। इस बीच, बसखारी थाना प्रभारी निरीक्षक जेपी सिंह ने कई बार चेयरमैन ओंकार को मनाने का प्रयास किया और थाने के अंदर धरने पर बैठने से मना करने लगे। लेकिन चेयरमैन ओंकार गुप्ता अपनी जिद पर अड़े रहे। घटना की सूचना पाने के बाद अपर पुलिस अधीक्षक विशाल पांडेय बसखारी थाने पर पहुंचे और लगातार कैंप किए रहे। करीब पौने एक घंटे बाद भाजपा जिलाध्यक्ष त्रयंबक तिवारी बसखारी थाने पहुंचे। भाजपा जिलाध्यक्ष ने एएसपी से वार्ता किया और इसके बाद धरने पर बैठे किछौछा चेयरमैन ओंकार गुप्ता को समझाया-बुझाया। भाजपा जिलाध्यक्ष ने धरना स्थल पर कहा कि किछौछा चेयरमैन की बात सुनी जाएगी। कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इसके बाद उन्होंने धरना प्रदर्शन को खत्म करा दिया। हिन्दुस्तान से बातचीत में भाजपा जिलाध्यक्ष ने त्रयंबक तिवारी ने कहा कि कुछ मिस अंडर स्टैंडिग थी जिसके कारण किछौछा चेयरमैन धरने पर बैठ गए थे। अब उसे दूर कर लिया गया है। उधर, अपर पुलिस अधीक्षक विशाल पांडेय ने बताया कि बसखारी कस्बे में एक निजी स्कूल के सामने हो रहे निर्माण के बाबत बसखारी पुलिस की क्या कार्यशैली रही। इस पर उन्होंने सीओ सिटी को जांच सौंपा है। सीओ सिटी के जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है। एएसपी ने मीडिया कर्मियों से वार्ता के दौरान यह पुष्टि की है कि बसखारी थाना प्रभारी निरीक्षक जेपी सिंह का तबादला कर दिया गया है। लेकिन एएसपी ने बल देकर कहा कि एसओ बसखारी का स्थानांतरण चुनाव प्रक्रिया का एक हिस्सा है। चेयरमैन के धरना प्रदर्शन से इसका कोई मतलब नहीं है। खास बात यह है कि बसखारी थाने में धरना प्रदर्शन के दौरान किछौछा नगर पंचायत के कई सरकारी कर्मचारी भी देखे गए जो काफी चर्चा का विषय बना हुआ है।