अंबेडकरनगर। 03 जून, 2021/ राहुल शर्मा अभिषेक
सीएचसी बसखारी से संबंद्ध उप स्वास्थ्य केंद्र किछौछा के भवन पर बसखारी थाने की पुलिस का पिछले दो दशकों से कब्जा है। इस उप स्वास्थ्य केंद्र भवन पर किछौछा पुलिस चैकी बन जाने से वैक्सीनेशन से लेकर सारी चिकित्सकीय सेवाएं बाधित हो रही हैं। जिसके नतीजतन किछौछा नगर पंचायत के लोगों को भारी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस उप स्वास्थ्य केंद्र पर कई वर्षों तक पल्स पोलियो अभियान, जच्चा और बच्चा का टीकाकरण समेत अन्य चिकित्सकीय सुविधाओं का लाभ किछौछा नगर के लोगों को मिला था। लेकिन रमेश कसौधन का मर्डर हुआ और चिकित्सा उपकेंद्र को पुलिस चैकी बना दिया गया। मौजूदा समय में करीब 20 वर्ष बीतने के बाद भी यह स्वास्थ्य उपकेंद्र पुलिस चैकी बना हुआ है। जिसके कारण इस उपकेंद्र पर किसी भी चिकित्सक से लेकर पैरा मेडिकल सटाफ तक की तैनाती नहीं हो पा रही है। सूरते हाल यह है कि किछौछा नगर वासियों का इलाज झोलाछाप डाक्टरों के हवाले है। खास बात यह है कि यह उप स्वास्थ्य केंद्र यदि अपने अस्तित्व में होता तो यहीं पर किछौछा के लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया जाता। किछौछा के लोग मजबूर होकर तीन किमी की दूरी तय करके वैक्सीन लगवाने समेत अन्य चिकित्सकीय उपचार के लिए सीएचसी बसखारी नहीं जाते। उधर, सीएचसी बसखारी के प्रभारी अधीक्षक डा. मारकण्डेय प्रसाद ने बताया कि किछौछा उप स्वास्थ्य केंद्र भवन से किछौछा पुलिस चैकी को हटाने के लिए जिले के उच्च अधिकारियों से कई बार अनुरोध भी किया जा चुका है। यहां तक की शासन के पास भी औपचारिक पत्र भेजा गया है। लेकिन स्थिति जस के तस बनी हुई है।