अंबेडकरनगर। 19 दिसंबर, 2022 नौशाद खां अशरफी/अभिषेक शर्मा राहुल
विकास खंड बसखारी क्षेत्र के अधिकांश सहकारी समितियों पर यूरिया उपलब्ध न होने से दर्जनों गांवों के सैकड़ों किसानों की चिंता की लकीरें गहरा गईं हैं। मौजूदा समय में सिर्फ इफ्को केंद्र बसखारी पर ही यूरिया मुहैया होने से इस केंद्र पर काफी दबाव पड़ रहा है। अपनी गेहूं की फसल बचाने के डर से व यूरिया पाने की चाहत में किसान इफ्को केंद्र बसखारी पर चार बजे भोर से ईंटों की लाइन लगा कर उसे पैरों से ढकेल रहे हैं।

खास बात यह है कि बसखारी नंबर एक, मसड़ा मोहनपुर, बसहिया, शुक्लबाजार, तरौली मुबारकपुर, सिंहपुर, बजदहिया पाईपुर समेत ज्यादातर सहकारी समितियों पर यूरिया का टोटा है। कुछ सहकारी समितियों पर यूरिया के बजाए डीएपी उपलब्ध होने से किसान और ज्यादा परेशान हो रहे हैं। क्योंकि अब किसानों को डीएपी खाद की जरूरत नहीं है। अगर सहकारी समितियों पर जल्द यूरिया नहीं उपलब्ध कराया गया तो हालत और बिगड़ सकते हैं। उधर, यूरिया के लिए एक मात्र सेंटर इफ्को केंद्र बसखारी किसानों के लिए एक बड़ा सहारा बना हुआ है। सूरते हाल यह है कि किसान अपनी रात की नींद खराब करके चार बजे भोर से ही इफ्को केंद्र बसखारी पर ईंटों के माध्यम से यूरिया लेने के लिए अपनी लाइन लगाते हैं। इस लाइन में पुरुष कृषकों के साथ महिला किसान भी होती हैं। हालांकि सुबह 09.30 बजे से ही इस केंद्र पर यूरिया का वितरण होता है। बसखारी इफ्को केंद्र प्रभारी संजय सिंह यादव ने “हिन्दुस्तान” को बताया कि सोमवार को ढाई से तीन सौ किसानों में करीब 750 बोरी यूरिया का वितरण किया गया। मंगलवार को बची हुई लगभग 250 बोरी यूरिया का वितरण किसानों में वितरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि समितियों में यूरिया न होने से इस केंद्र पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ रहा है।








































