अंबेडकरनगर। 21 अगस्त, 2022
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त किछौछा दरगाह में सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के 636 वें सालाना उर्स के मद्देनजर सोमवार को ऐतिहासिक मलंग गेट के पास परचम कुशाई ( झंडारोहण ) का कार्यक्रम आयोजित होगा। परचम कुशाई होते ही उर्स मेले की शुरुआत हो जाएगी। हालांकि 24 अगस्त से सज्जादानशीन खिरकापोशी की रस्म को अदा करेंगे। खिरकापोशी की रस्म चार दिनों तक अर्थात् 27 अगस्त तक जारी रहेगी।
इस बीच, सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के वार्षिक उर्स में शिरकत करने के लिए देश के भिन्न-भिन्न राज्यों व शहरों से अकीदतमंदों/जायरीनों के यहां पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है। पूरे दरगाह परिसर में रंगाई-पुताई का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। किछौछा दरगाह को दूल्हन के तरह सजाया जा रहा है। उर्स मेले में गैर जनपदों से भी पुलिस फोर्स के आने का क्रम शुरू हो गया है। बसखारी थाने के उर्स मेला प्रभारी एसआई कृपाशंकर यादव पीरजादगान इंतेजामिया कमेटी, दरगाह इंतेजामिया कमेटी व खादिमों की तंजीम/कमेटी मरकजी तंजीम खुद्दाम-ए-आस्ताना समेत प्रत्येक कमेटी से 10-10 लोगों को वॉलेंटियर के तौर पर सूची बनाने की कवायद में जुट गए हैं। यह सभी वॉलेंटियर उर्स मेले के दौरान पुलिस व प्रशासन को सहयोग करेंगे। उधर, किछौछा दरगाह में पवित्र तालाब नीर शरीफ के तट पर तथा अन्य क्षेत्रों में बड़ी संख्या में दुकानें लग जाने से सार्वजनिक मार्गों पर जायरीनों का पैदल चलना दूभर हो गया है।