अंबेडकरनगर। 12 अप्रैल, 2021
बसखारी थाना क्षेत्र के संदहा मजगवां के पुरवा बुढ़ियापुर में ससुराल में ही विवाहिता ज्योति ( 26 वर्ष ) पत्नी आलोक कुमार श्रीवास्तव का शव संदिग्धावस्था में मिला। मृतक विवाहिता का मायका बसखारी थाना क्षेत्र के मरौचा गांव में है। मृतक विवाहिता के चाचा श्रीकृष्ण कुमार ने बताया कि उनके भाई पवन श्रीवास्तव को ससुर श्रीनिवास श्रीवास्तव ने फोन पर उनकी भतीजी ज्योति की मौत की सूचना दी। मृतका के चाचा श्रीकृष्णकुमार ने ज्योति ( मृतका ) की चार साल की बच्ची सौरा के हवाले से बताया कि दादी यानी सास और दादा यानी ससुर समेत ससुराल पक्ष के लोगों ने साड़ी के फंदे से गला लपेटकर हत्या कर दिए हैं। सीओ सिटी अशोक कुमार की मौजूदगी में तहसीलदार आलापुर आलोक रंजन के तरफ से मजिस्ट्रेटी पंचनामा भरा गया है। मृतका के पिता कौशल श्रीवास्तव की तहरीर पर बसखारी पुलिस ने सास चंद्रावती, ससुर श्रीनिवास श्रीवास्तव, ननद अंशिका व पति आलोक श्रीवास्तव समेत चार लोगों के खिलाफ दहेज हत्या समेत कई संज्ञेय धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
दो मासूम बच्चों के सिर से उठ गया मां की ममता का साया
संदहा मजगवां के पुरवा बुढ़ियापुर में यानी ससुराल में विवाहिता ज्योति की संदिग्ध परिस्थितियों में जो मौत हुई है, वास्तव में उनकी शादी तीन मई, 2015 को आलोक श्रीवास्तव पुत्र श्रीनिवास श्रीवास्तव से हुई थी। मृतक विवाहिता अपने दो मासूम बच्चों को छोड़कर इस दुनिया से चली गईं हैं। मृतक ज्योति की बड़ी लड़की सौरा की उम्रम मात्र चार वर्ष है जबकि छोटा लड़का शिवा की उम्र मात्र दो वर्ष है। गांव में हर आदमी के जुबान पर यह चर्चा है कि मां ज्योति की असमय मौत के बाद अब इन दो दुधमुंहे बच्चों को मां की ममता, लाड, प्यार कैसे नसीब होगा। मां की मौत के बाद इन दो मासूम बच्चों का रो-रो कर काफी बुरा हाल है। बताया यह भी जाता है कि मृतक ज्योती को ससुराल में ननद अंशिका काफी परेशान व हलकान भी करती थी। ननद अंशिका के तरफ से झगड़ा व लड़ाई करने पर ही होली से पहले विवाहिता ज्योति गुस्से में अपने मायके चली गई थी। त्यौहार बीतने के बाद काफी मान-मनौव्वल करने पर अभी हाल ही में विवाहिता ज्योति अपने ससुराल आयी हुई थी। लेकिन सोमवार को विवाहिता की ससुराल में ही संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।